यदि अब आपके शिशु का जन्म हो जाता, तो उसके फेफड़े इतने विकसित हो गये होते कि उसे किसी मेडिकल सहारे की जरूरत नहीं पड़ती। परिपक्वता और विकास के लिहाज से, उसने वह सब कर लिया है जिनकी जरूरत उसे स्वतंत्र रूप से जीवन जीने हेतु अपने शरीर में बदलाव लाने के लिए करना पड़ता।
शिशु के आपके पेट में रहने के समय भी उसे कुछ पढ़कर सुनाते रहने का प्रयास करें, कोई गाना बजाएँ और उसे गाकर सुनाएँ। अपने जीवन साथी को इन मजेदार प्रारंभिक जुड़ाव वाली चीज़ों में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करें। आपका शिशु यह नहीं सोचेगा कि आप पागल हो गई हैं और इस प्रारंभिक उद्दीपन के कारण केवल अधिक स्मार्ट और तेज-तर्रार बनेगा।
इस हफ्ते आपके शरीर में होने वाले बदलाव
आपके चहरे, आपकी पीठ और आपने निप्पल्स पर थोड़े-बहुत बाल उग सकते हैं। यदि आपको वे खराब लग रहे हों तो आप उन्हें हटा सकती हैं। कई गर्भवती महिलाएँ अपने ब्यूटीशियन से अपनी नियमित वैक्सिंग अप्वाइंटमेंट लेना कायम रखती हैं। प्रसव से पहले प्यूबिक वैक्स करवाना उन महिलाओं के लिए आम बात होती है, जो समग्र खूबसूरती के लिए इसे आवश्यक अंग मानती हो। चिंता न करें - बाल हटवाने से आपके शिशु को कोई नुकसान नहीं पहुँचेगा, हाँ आपको जरूर पहुँचेगा।
आपकी आंखें सूखी-सी लग सकती हैं, जैसे कि उनके अंदर रेत चली गई हो। ऐसा इसलिए है क्योंकि आपकी आँख की पुतलियों का आकार आपके शरीर में संचरित होने वाले अतिरिक्त तरल पदार्थ के प्रतिक्रियास्वरूप बदल जाता है। जो आंसू सामान्यतः आपकी आंखों की बाहरी सतह को गीला बनाए रखते हैं, अब अपना सामान्य मार्ग नहीं अपना पाते और इसकी बजाए आपके गालों पर आ गिरते हैं। यदि ज्यादा परेशानी हो तो अपने पास टिशू रखें और कुछ लुब्रिकेटिंग आई ड्रॉप भी रखें।
आपका शिशु अभी भी अपनी त्वचा के नीचे चर्बी का जमाव कर रहा होता है, ताकि जन्म लेने के बाद उसे इंसुलेशन में मदद मिल सके। नन्हे शिशुओं के दिमाग में तापमान नियंत्रण प्रणाली उतनी विकसित नहीं होती, इसलिए उन्हें पर्याप्त बफर की जरूरत होती है, ताकि वह खुद को और अपने जरूरी अंगों को ढंक सके।
इस हफ्ते के सुझाव
यदि गर्मियों का समय हो तो आप आस-पास के पूल में जा सकती हैं। पानी जब आपके संपूर्ण शरीर को सहारा प्रदान करेगा तो आपको भारहीनता का अनुभव लेने में आनंद आएगा। पानी में स्विमिंग और फ़्लोटिंग करना अपने शरीर के तापमान को कम करने का एक अच्छा तरीका होता है, इसलिए जाइए और अपने शरीर को गीला कीजिए।
काफी सारी किताबें पढ़िए, कुछ फ़िल्में देखिए, कुछ दोस्तों को फोन मिलाइए और कुछ चिट्ठियाँ लिखिए।
अपनी ऐंटी-नेटल अप्वाइंटमेंट के लिए जाइए और जानिए कि अब वे अपने समापन पर आ चुकी हैं। कई महिलाएँ अपनी दाई और डॉक्टर के साथ काफी नजदीकी जुड़ाव पैदा कर लेती हैं और इस बात को लेकर दुखी हो जाती हैं कि यह अब ज्यादा दिनों तक जारी नहीं रहेगा।
आपके उनींदेपन में कोई ख़ास सुधार नहीं होता है और रात में बार-बार टॉयलेट जाने की जरूरत से आपके पति की नींद में जरूर खलल पैदा हो सकती है। यदि आप बिस्तर को अपने अनुसार लगा सकती हैं, तो आस-पास तकिए रखें ताकि वे आपको सहारा प्रदान करते रहें।