गर्भावस्था के दौरान ऐसे बहुत से कारण होते हैं कि आप अपने खान-पान के प्रति अतिरिक्त सावधानी बरतें – यह जानना महत्वपूर्ण है कि कौन से खाद्य पदार्थ खाना सुरक्षित हैं और किन खाद्य पदार्थों से आपको बचना चाहिए। कुछ खाद्य पदार्थों में टॉक्सिन (विषैले पदार्थ) होते हैं जो आपके गर्भस्थ शिशु को हानि पहुंचा सकते हैं, कुछ में खाद्य-जनित जीवाणु होते हैं जो आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर सकते हैं और भ्रूण को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सुनिश्चित करें कि आपके द्वारा खाए जाने वाले ज्यादातर खाद्य पदार्थ पकाए गए हों और रेसिपी का चयन करते समय इस बात का ध्यान रखें कि जो आप खाएं वह आपके शिशु को उसके विकास के दौरान हानिकारक जीवाणुओं तथा अन्य नुकसानों से बचाए।
दिमाग में सही तथ्य रखना
गर्भावस्था के दौरान जिन खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए वे विभिन्न प्रकार के होते हैं, इसलिए यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि आप अपने दिमाग में उन खाद्य पदार्थों की एक सूची रखें जिन्हें आपको अपने शिशु के स्वास्थ्य विकास के लिहाज से नहीं खाना है। न केवल समस्त रूप से पौष्टिक आहार लेना महत्वपूर्ण है बल्कि साथ ही यह भी याद रखें कि आपको डायटिंग नहीं करनी या अपना वजन कम नहीं करना है क्योंकि पौष्टिक आहार लेना मुख्य प्राथमिकता है न कि डायटिंग, जिससे आपका वज़न एक न्यूनतम स्तर तक बना रहे।
दूसरी बात जो ध्यान में रखनी है वह यह कि यदि आप बाहर खाना खाने की सोचती हैं तो ध्यान रहे कि खाना एकदम गर्मागर्म परोसा जाए न की हल्का गर्म या ठंडा। साथ ही अधिक फास्ट फूड खाने से बचें क्योंकि उनमें शुगर और सैचुरेटेड फैट की मात्रा बहुत अधिक होती है।
कैफीन की मात्रा बहुत सीमित रखें और शराब से दूर रहें (यह केवल कुछ समय के लिए है) क्योंकि गर्भावस्था के दौरान शराब की कोई सुरक्षित मात्रा नहीं होती। गर्भावस्था के दौरान शराब का सेवन करने से शिशु का IQ (आईक्यू) कम होता है, जन्म के समय उसका वज़न कम होता है और अन्य विकृतियां हो सकती हैं। इससे फोलिक एसिड तथा आयरन का अवशोषण भी रुक जाता है और आपकी हड्डियों में कैल्शियम की कमी हो जाती है।
पहला नियम जो याद रखना चाहिए वह है भूख लगने पर ही खाना खाएं। अपनी भूख में बदलाव पर चिंतित न हों, बस उपरोक्त खान-पान से बचें और अनुशंसित दर पर अपना वज़न बढ़ाने की कोशिश करें जिसे आपके डॉक्टर या आपकी दाई निःसन्देह मॉनिटर करेंगे।