जब नई जानकारी से आपके बच्चे के मस्तिष्क को चुनौती दी जाती है, तब वह बेहतर सीखता है। माँ-बाप होकर, आप जानते होंगे कि बच्चे अपने वातावरण के प्रति बहुत संवेदनशील हैं, और नन्हे होते हुए भी काफी कुछ सीख लेते हैं।लेकिन क्या आप जानते हैं, कि जब विशिष्ट बातों को सीखने की बारी आती है, तो बच्चों के पास कुछ 'अवसर की खिड़कियां' होती हैं?अलग-अलग उम्र में वे विभिन्न कौशल प्राप्त करते हैं: भावनात्मक, मौखिक और तार्किक। आप सीखने की इस रोमांचक प्रक्रिया को कैसे शुरू कर सकते हैं, इसके बारे में आगे पढ़िए!
भावनात्मक बुद्धि:0 - 18 महीने
सहानुभूति, खुशी, आशा और उदासी जैसी भावनाएं ऐसे आकर लेंगे जिस तरह से आपने बच्चे को जन्म से बड़ा किया हो।
भावनात्मक बुद्धिमत्ता को उसे कह सकते हैं जो बातों को समझकर दूसरों से परस्पर संबंध रखता हो। भले ही इस प्रकार की बुद्धि किशोरावस्था के बाद विकसित होती जाती है, लेकिन इसकी नीव पूरे जीवनकाल के लिए, शुरुआती अनुभवों से ही रखी जाती है।
अपने बच्चे के साथ बात करते हुए अगर आगे बताए हुए उपायों को अपना लें, तो सुनिश्चित कर सकते हैं कि जब वे बड़े होते हैं, तो वे स्वयं के लिए भले नैतिक मानकों को निश्चित करेंगे।
- जिन भावनाओं को आपका बच्चा महसूस कर रहें है उन भावनाओं को स्वीकार कर उन्हें व्यक्त करें। (यदि वे रो रहे हों तो कहें "हम क्यों रो रहे हैं? क्या हमें कुछ परेशान कर रही है? क्या है?")
- जब आपका बच्चा परेशान है तो सहानुभूति दिखाएं।
- बच्चा बनके अपने बच्चे के साथ संबंध बनाएं; बच्चों जैसी ध्वनियाँ निकाल के उनसे "बातचीत" करें।
- सिर्फ "नहीं" के बजाय, उन्हें "नहीं" का उद्देश्य समझाएं।
- अपने बच्चे को पारिवारिक गतिविधियों में शामिल करें, जैसे कपड़ों की छँटाई करने में मदद।
- अच्छे व्यवहार के लिए सकारात्मक प्रतिक्रिया व्यक्त करें।
- बताएं कि आपके बच्चे के कार्य कब और कैसे दूसरों को प्रभावित करते हैं।
- अपने लाडले को एक सुरक्षित और सुसंगत वातावरण प्रदान करें।
वाणी: 0 - 10 वर्ष
जितनी ज़्यादा बात करोगे, उतनी ही बातचीत से आपका बच्चा अवगत होगा। शिशु किसी भी भाषा सीखने की क्षमता के साथ पैदा होते हैं। वे व्याकरण और वाक्य निर्माण को इस तरह समझ लेते हैं कि वे बड़े होकर ये नहीं कर सकते।इसका लाभ उठाना और भाषा कौशल विकसित करने के लिए इन युक्तियों का उपयोग करना महत्वपूर्ण है ।
- बचपन से ही अपने बच्चे के सामने पढ़ें। (जब आप 7 महीने की गर्भवती हों तब शुरू करें।)
- बच्चोंवाली ध्वनियों का प्रतिवचन करें।
- अपने आस-पास की चीज़ों को दिखाकर उन्हें नाम दें।
- खुद को दोहराएं।
- शब्दों को स्पष्ट रूप से उच्चारण करें।
- रोज़मर्रा कि गतिविधियों का सहारा लेकर, आप जो कर रहे हैं, उन्हें समझाएं।
- गाने गाएँ और बच्चे को गाने के बोल सिखाएं ।
- अपने बच्चे के साथ भाषा खेलों का प्रयोग करें जैसे की नर्सरी रहाईम्स ।
- बचपन में ही, अपने बच्चे को दूसरी भाषा सिखाने पर विचार करें।
गणित और तर्क:1 से 5 वर्ष\
दृष्टि, ध्वनि और स्पर्श जैसे कौशल समस्या निवारण के लिए सीधे संबंधित हैं। आपके बच्चे के गणित कौशल को उनके संगीत कौशल के साथ मेल किया जा सकता है। उन इंद्रियों को उत्तेजित करने के कुछ तरीके यहां बताए गए हैं, जिससे आपका बच्चा स्थानिक संबंध और समस्या निवारण सीख सकता है।
- स्पर्श करने और देखने के लिए अपने बच्चे को विभिन्न आकार, वस्तुओं और रंग दें।
- शास्त्रीय संगीत से परिचित कराएं।
- अपने बच्चे को खिलौने वाले बाजों के साथ खेलने दें।
- अपने बच्चे के पालने में एक दर्पण लगाएं।
- बच्चे को ऐसे उठाएं कि वे आगे देख रहे हों, ताकि उन्हें देखने को बहुत कुछ मिल सके।
- अलग तरीकों के खिलोनों दें जिन्हें तोडा या जोड़ा जा सके।
- यह आपके बच्चे को कारण और प्रभाव की अवधारणा सिखाता है, क्यों के ऐसे खिलोने मरोड़ने या खींचने पर आवाज़ निकालती हैं।
- चीज़ों को वर्गों में रखने के सीख अपने बच्चे को दें।
- गिनतियों का खेल खेलें।